न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कोलकाता
Published by: Tanuja Yadav
Updated Sun, 28 Mar 2021 11:20 AM IST
टीएमसी नेता छत्रधर महतो
– फोटो : social media
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ऐसा आरोप है कि छत्रधर महतो ने अपने साथियों के साथ गोलीबारी करके इस ट्रेन को कब्जाने की कोशिश की थी। बता दें कि शनिवार देर रात तीन बजे छत्रधर महतो को उनके लालगढ़ स्थित घर से गिरफ्तार किया गया है। महतो को ममता बनर्जी का दूत भी कहा जाता है। इस विधानसभा चुनाव में महतो टीएमसी के लिए लगातार चुनाव प्रचार कर रहे थे।
बंगाल के आदिवासी इलाकों में महतो की इतनी अच्छी पकड़ है कि 2016 विधानसभा चुनाव में जेल में रहते हुए महतो ने टीएमसी को यहां से जीत दिला दी थी। बता दें कि महतो ममता बनर्जी के कोर समिति के सदस्य भी हैं।
छत्रधर महतो को यूएपीए के तहत साल 2009 के राजधानी एक्सप्रेस मामले में गिरफ्तार किया गया है। आज छत्रधर महतो को कोर्ट में पेश किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महतो को पहले भी गिरफ्तार किया गया था लेकिन जेल से छूटने के बाद उन्हें टीएमसी ने अपनी पार्टी में शामिल कर लिया।
पिछले साल छत्रधर महतो ने माओवादी पार्टी का दामन छो़ड़कर तृणमूल कांग्रेस का हाथ पकड़ लिया था। बता दें कि लालगढ़ आंदोलन के दौरान ममता बनर्जी ने नेता छत्रधर महतो के साथ मंच साझा किया था, उस वक्त ममता बनर्जी पर आरोप लगाया गया था कि वो माओवादियों का समर्थन ले रही हैं।
छत्रधर महतो पिछले साल फरवरी में ही जेल से छूटे हैं, दस साल तक वो जेल में रहे। जेल से छूटने के बाद टीएमसी ने महतो को जिला समिति में शामिल कर लिया था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एनआईए को भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस अपहरण मामले की जांच करने का आदेश दिया था। 2009 में इस ट्रेन का अपहरण हुआ था और इसका आरोप पीसीएपीए पर लगाया गया था। जो माओवादी इस घटना में शामिल थे, वो महतो की रिहाई की मांग करते रहे।
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ऐसा आरोप है कि छत्रधर महतो ने अपने साथियों के साथ गोलीबारी करके इस ट्रेन को कब्जाने की कोशिश की थी। बता दें कि शनिवार देर रात तीन बजे छत्रधर महतो को उनके लालगढ़ स्थित घर से गिरफ्तार किया गया है। महतो को ममता बनर्जी का दूत भी कहा जाता है। इस विधानसभा चुनाव में महतो टीएमसी के लिए लगातार चुनाव प्रचार कर रहे थे।
बंगाल के आदिवासी इलाकों में महतो की इतनी अच्छी पकड़ है कि 2016 विधानसभा चुनाव में जेल में रहते हुए महतो ने टीएमसी को यहां से जीत दिला दी थी। बता दें कि महतो ममता बनर्जी के कोर समिति के सदस्य भी हैं।
छत्रधर महतो को यूएपीए के तहत साल 2009 के राजधानी एक्सप्रेस मामले में गिरफ्तार किया गया है। आज छत्रधर महतो को कोर्ट में पेश किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महतो को पहले भी गिरफ्तार किया गया था लेकिन जेल से छूटने के बाद उन्हें टीएमसी ने अपनी पार्टी में शामिल कर लिया।
पिछले साल छत्रधर महतो ने माओवादी पार्टी का दामन छो़ड़कर तृणमूल कांग्रेस का हाथ पकड़ लिया था। बता दें कि लालगढ़ आंदोलन के दौरान ममता बनर्जी ने नेता छत्रधर महतो के साथ मंच साझा किया था, उस वक्त ममता बनर्जी पर आरोप लगाया गया था कि वो माओवादियों का समर्थन ले रही हैं।
छत्रधर महतो पिछले साल फरवरी में ही जेल से छूटे हैं, दस साल तक वो जेल में रहे। जेल से छूटने के बाद टीएमसी ने महतो को जिला समिति में शामिल कर लिया था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एनआईए को भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस अपहरण मामले की जांच करने का आदेश दिया था। 2009 में इस ट्रेन का अपहरण हुआ था और इसका आरोप पीसीएपीए पर लगाया गया था। जो माओवादी इस घटना में शामिल थे, वो महतो की रिहाई की मांग करते रहे।